Tuesday, August 3, 2021

चकोर चतुर्वेदी_ हिंदी मुहावरे बडे़ बावरे


ग़ज़ल

वो हथेली पे राई जमाता रहे हम ख्वाबो की खिचडी  पकाते रहे।

2

वो नदी दूध की बहाते रहे

 स्वर्ग होता है क्या सुनाते रहे।।

3

वो टोपी पे टोपी पहनाते रहे।

ऐडे बनके वो पेडे खाते रहे

4

लाल गुदडी के दामन छुपाते रहे।

 चाल हंसों की दिखाते रहे।

5

घूंट ज़हर के पिये है कई

लाल गूदडी के बनाते रहे

6

चांद को मामा बनाते रहे

इस तरह ख्वाब दिखाते रहे

7

बीवी निर्धन की भाभी सदा ही बनी

सोना पीतल को बताते रहे।।

8

चांद को बस निहारे चकोर

प्यार पाने को जां गवांते रहे।

चकोरचतुर्वेदी इन्दौर गीतकार शाइर 

3170£साई व्दार सुदामा नगर इन्दौर मां अम्बे दूध डेरी के पास इन्दौर-9 

(9977746556)

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